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इंटरव्यू में पास होने के उपाय और मंत्र | interview me pass hone ke upaay aur mantra

 

नमस्कार दोस्तों आज हम जानेगे की इंटरव्यू में पास होने अथवा सफल होने का क्या उपाय है और क्या मंत्र है |

  • प्रिय साथियों वैसे इंटरव्यू पास करने और सफल होने के लिए कर्म करना वेहद जरुरी है लेकिन कर्म के अलावा बड़ो का और गुरुजनों का आशीर्वाद बेहद जरुरी है 
  • इसके अलावा भाग्य के साथ प्राप्ति हेतु  कुछ उपाय कर लेना भी बेहद आवश्यक है 
  • जब भी इंटरव्यू के लिए जाएँ गणेश जी और हनुमान जी की प्रतिमा के दर्शन कर लेना  चाहिए गणेश जी निर विघ्न काम में सफलता दिलाने में मदद करते है वही हनुमान जी उस काम को जल्द से जल्द आपके पक्ष में करने का काम करते है 
  • इंटरव्यू देने से पूर्व सूर्य को अर्ध्य अवश्य प्रदान करें क्योंकि सूर्य आत्मा का कारक है और सूर्य ही हमारे अन्दर confidence (कॉन्फिडेंस) बढाने का काम करता है 
  • इंटरव्यू अच्छा जाए इसके लिए अपने पास एक इलायची अवश्य रखें 
  • इंटरव्यू में सफलता प्राप्ति के लिए मंत्र " ॐ गुण प्राज्ञये नमः  " यह मन्त्र भगवान गणेश जी का मन्त्र है जो सफलता दिलवाने वाला कहा गया है इस मन्त्र को इंटरव्यू से पहले 11 बार जाप कर लें 
  • सभी की कुंडली में कोई न कोई  ग्रह बुरी स्थिति में होता है इसलिए इंटरव्यू से पूर्व ग्रहों की शांति हेतु  ॐ विष्णवे नमः मन्त्र का जप 21 बार कर लें 
  • इंटरव्यू में जाने से पूर्व कपड़ो का ख्याल भी रखें काले और नीले रंग के कपड़ो का उपयोग बिलकुल भी न करें।

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जन्म कुंडली में इन भावों में बैठा केतु जातक को पूर्वानुमान या पूर्वाभासी बना देता है : जन्म कुंडली में केतु को शुभ तथा छाया  ग्रह की संज्ञा दी गई है किंतु पाप ग्रह राहु के सम्मुख होने की वजह से केतु के शुभ अशुभ दोनो ही परिणाम जीवन में देखने को मिलते है। यदि जन्म कुंडली में केतु 1, 2,3,5,8,9 तथा 12 इन भावों में बैठा हो तो जातक पूर्वाभासी अर्थात पूर्वानुमान लगाने वाला बन जाता है इस तरह के लोगो के सपने भी सच हो जाया करते हैं। यदि जन्म कुंडली में केतु के साथ गुरु की युति हो तो फिर कहना ही क्या यह एक प्रकार का योग जिसे धर्म ध्वजा योग कहते है इसका निर्माण करेगा इससे जातक की कही हुई बात सच हो जाया करती है । इस प्रकार के योग अक्सर साधु सन्यासी की कुंडली में खूब देखने को मिलते है । यदि कुंडली में गुरु केतु की युति हो तो जातक को धार्मिक प्रवृत्ति का बना देते है । यदि जातक गुरु और बड़ों का सम्मान करे तो जातक के पूर्वानुमान में और वृद्धि होती है । जातक यदि अत्यधिक धार्मिक हो जाए और मंत्र साधना करे तो इस तरह के लोगो को शीघ्र ही सिद्धि प्राप्त हो जाती है। जातक त्रिकालज्ञ अर्थात तीनों कालों के विषय म